पैसा real में किसके पास गया
Hello friends,
आजकल की टेक्नोलॉजी की दुनिया काफी रफ्तार से आगे बढ़ रही है। और इसके साथ ही साथ साइबर क्राइम की घटना भी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। अगर हम एक्टिव नहीं होंगे तो हमारे साथ भी आज नहीं तो कल ऐसी घटना हो सकती है। इसके लिए हमें हमेशा सक्रिय रहना पड़ेगा। आज मैं अपने इस लेख के जरिए, देश में तीव्र गति से बढ़ रहे साइबर क्राइम के प्रति अपने कुछ विचार आप लोगों के साथ व्यक्त करने का कोशिश किया है। शोध के मुताबिक साइबर अपराध में लिप्त लोग 15 से 35 वर्ष तक की आयु के होते हैं। इन्हें कम समय में अधिक पैसा कमाने की लालसा रहती है, जिसके वजह से इन्हें गलत - सही का फर्क नजर नहीं आता।उनका सिर्फ एक ही मकसद होता है अधिक से अधिक पैसे कमाना.???

भारत में साइबर क्राइम की घटना अक्सर उन लोगों के साथ होता है, जिनको आधुनिक टेक्नोलॉजी का ज्ञान नहीं रहता, और कई बार ऐसा भी होता है कि जिनको इसके बारे में ज्ञान रहता है वह लोग भी इनके बातों के झांसे में आ जाते हैं। और अपनी मेहनत से कमाए हुए पैसों से हाथ धो बैठते हैं। आज पत्थर तोड़ने वाले बैंकों के लॉक तोड़ रहे हैं??? कुछ दिनों पहले एक घटना घटी, जिसमें एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। इन मौत के पीछे का रीजन हम इस लेख के जरिए जाने का प्रयास करेंगे......

आज सुनील बड़ा ही खुश था, क्योंकि आज उनकी बेटी का एक अच्छे परिवार में विवाह तय हो गया था। और सुनील ने अपना मन बना लिया था, बेटी के शादी बड़े धूमधाम से कराएगा,और सभी के मेहमान नवाजी में किसी चीज की कमी नहीं करेगा। अब सुनील व सपरिवार विवाह की तैयारियों के लिए सभी समान के बंदोबस्त करने में सभी जुट गए। फिर कुछ दिनों बाद विवाह के लिए पैसों की कमी के कारण सुनील ने अपने फ्रेंड व रिश्तेदारों से पैसे उधार लेकर उस पैसे को बैंक में डिपॉजिट कर दिया। विवाह की तारीख नजदीक आ रही थी। कुछ दिनों बाद, हुआ कुछ ऐसा कि विवाह की खुशी का माहौल, गम के साए में तब्दील हो गया। कुछ घंटों पहले, सुनील के मोबाइल पर एक लड़के का फोन आया, और वह खुद को बैंक का अधिकारी बता रहा था।
लड़का-सर मैं आपके ........ बैंक से बोल रहा हूं, आपका अकाउंट बंद होने जा रहा है! कृपया अपना account को वेरीफाई करवा लीजिए। आपका अकाउंट वेरीफाई करने के लिए अपने एटीएम कार्ड के 16 डिजिट नंबर बताइए।
सुनील यह सब सुनकर घबरा गया,और वह बोला -सर मेरा एटीएम कार्ड के नंबर बताने भर से मेरा अकाउंट वेरीफाई हो जाएगा ना??
लड़के ने सुनील को अपने बातों की जाल में फंसते हुए बोला - हां सर बिलकुल, एक बार आपका अकाउंट वेरीफाई हो जाने के बाद आप को बैंक से मिलने वाली सुविधा फोन पर मैसेज द्वारा दिया जाएगा। आपको बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
सुनील ने अपने एटीएम कार्ड के 16 डिजिट नंबर उस लड़के को बता दिया। उस लड़के ने फिर सुनील से कहा-सर अब आप एटीएम कार्ड के दाई ओर लिखे गए एक्सपेरी डेट बताए,सुनील ने उस लड़के को सारी detial बता दी।इसके बाद उस लड़के ने फिर बोला - सर वेरीफाई के लिए आपके नंबर पर एक ओटीपी गया होगा उसको बताए।सुनील ने उसको आया हुआ ओटीपी बता दिया। जैसे ही सुनील ने उसको आया हुआ ओटीपी बताया वैसे ही उस लड़के का फोन कट जाता है। उसके बाद सुनील के मोबाइल में बैंक द्वारा निकासी का पैसा s.m.s. द्वारा लगातार आता गया। सुनील को ये समझ में नहीं आ रहा था वह अब क्या करें??? सुनील के अकाउंट में विवाह के लिए जमा हुआ सारा पैसा₹500000 एक बार में ही निकल गया। उसके बाद वह तेजी से बैंकों की ओर भागने लगा। वहां जाकर उसको यह पता चला कि वो ठगी का शिकार हो गया। और बैंक वाली उसे थाने में रिपोर्ट कराने की सलाह दी।

थाने में रिपोर्ट लिखाने के बाद वह भारी मन से घर की ओर लौटने लगा, और वह चलते चलते यह सोचने लगा कि - मैंने किसी का क्या बिगाड़ा है, जो मेरे साथ ऐसा कुछ हो रहा है। पैसे के बिना मैं अपने बेटी का विवाह कैसे करा पाऊंगा??? बेटी के विवाह का जो मैंने देखे थे सपने, वो एक ही पल में टूट गया।और सभी से मैंने विवाह के लिए जो उधार लिए हैं पैसे,उसको मै कैसे लौट आ पाऊंगा??? ये सारी बातें सुनील के मन में चारों तरफ़ घूम रही थी।
घर पहुंचकर सुनील ने परिवार वालों से घटित हुई घटना कह डाली। यह सब बातें सुनकर सभी बहुत दुखित हुए।दूसरे दिन लड़के पक्ष वालों को जब इसकी जानकारी पड़ी उनके पास अब कोई पैसे नहीं हैं,अब वो लोग हमें दहेज क्या देंगे ?? यह सोचकर वो लोग विवाह का रिश्ता तोड़ दिए। ये सब बातें सुनील व उसके घरवालों को जब पता चली तो वो लोग खुद को संभाल नहीं पाए और उस रात खाने में ज़हर मिला कर सभी ने खुदकुशी कर ली.......।
भारत में ऐसी घटना रोज़ घट रही है, हर दिन साइबर क्राइम,हर दिन एक परिवार ठगी का शिकार हो रहा है। इससे बचना है तो हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए।और साथ ही साइबर क्राइम की जानकारी अपने व सभी लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करें। जिससे उनको ठगी का शिकार होने से बचाया जा सके।
मन में ऐसे बहुत से सवाल है जिनका कोई जवाब नहीं है-
1.- उनके पास हमारा सारा detial कैसे पहुंच जाता है??
2.- हमारा phone number, हमारा नाम और हमारा कौन से बैंक में खाता है, ये सभी डिटेल???
3.- जब एटीएम से 1 दिन में लिमिट 40,000 से ज्यादा अमाउंट निकलता नहीं है तो फिर वो लोग हमारे accuont में जितना पैसे हैं, उसे एक पल ही पूरा पैसे कैसे निकाल लेते हैं ?????
साइबर अपराध की घटनाएं आए दिन लगातार घट रही हैं, जो देश के उन्नति में एक बड़ी चिंताजनक समस्या है। जिन पर रोक लगाना बेहद जरूरी हो गया है। साइबर अपराध में एक व्यक्ति को पकड़ा गया और उससे पूछा गया तुम एटीएम फ्रॉड कैसे करते हो??? तब उसने जो बताया वह सभी को हैरान कर देने वाली बात पता चली। सभी की बैंक डिटेल उनको कौड़ियों के भाव में मिलती है,1000 लोगो की information only 50 rupees. जब उससे पूछा गया कि ठगी का पैसा तुम्हारे पास आता कैसे हैं तो उसने आगे बताया- अगर कस्टमर के अकाउंट में ₹100000 रूपए है तो सब पैसा एक बार में निकाल कर 50 भागों में डिवाइड करके 50 लोगों के अकाउंट में छोटे छोटे अमाउंट डिपॉजिट कर दिया जाता है, जिससे न तो बैंक को और न ही पुलिस को ये पता चल पाता है कि कस्टमर का पैसा real मैं किसके पास गया???
फिर हम 50 लोगों के नए खोले गए account के एटीएम द्वारा पैसे हमारे तक पहुंच जाती है।
लेखक की कलम से,
इस लेख के माध्यम से मैं साइबर क्राइम से होने वाले गंभीर मामलों को आप लोगों तक पहुंचाने की एक पहल की है,जिससे आप लोग सभी ठगी का शिकार होने से बच सकें। अगर आपको मेरा लेख पसंद आया हो तो इसे इतना शेयर कीजिए ताकि आपके परिवार frnds व सगेसंबंधी इनके झांसे में ना आए।और अपने मेहनत से कमाए हुए पैसे गवा न बैठें। अंत में मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहूंगा कि इस लेख में अगर आपकी कोई राय हो तो plz मुझे कमेंट बॉक्स में अपना विचार व्यक्त करें। और अगर आप मेरे ब्लॉग में नए हैं तो मेरे ब्लॉग को subscribe करें,जिससे आपको मेरे नए पोस्ट की नोटिफिकेशन आपको मिल जाएगी।
Thank you......