Monday, February 3, 2020

rojgar ki aisi mar hm rhe berojgar

                  rojgar ki aisi mar hm rhe  berojgar

            जैसा कि हम जानते है, आज भारत की आबादी 135  करोड़ से भी अधिक है,और यहाँ हर 2  सेकंड में 3 बच्चे जन्म लेते है। जिस रेसिओ से भारत की जनसंख्या बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे यहाँ रोजगारो  के अवसरो  में भी कमी होती जा रही है। यहाँ बेरोजगारी होने के बहुत से कारण है, आज मैं इस लेख में एक अनछुए पहलु को छूने  का प्रयास किया है। जो आज देश में नेताओ व आला अधिकारी के लोगो  दवरा बेरोजगारी के नाम पे बहुत बड़ा पैसो का खेल खेला  जा रहा है। इसे मैं एक उदहारण दवरा समझाने  का कोशिस किया है.  


आज मेरे जॉब का रिजल्ट आने वाला है-

               आज रवि सुबह से ही बहुत  खुश था क्युकि  आज उसके  जॉब का रिजल्ट आने वाला था।और वह घर से नाहा धो कर घर से कुछ दुरी पर ऑनलाइन शॉप जाने के लिए निकला। रवि अपने ही धुन में चला जा रहा था तभी रास्ते  में उसके एक दोस्त से उसकी मुलाकात हुई,दोस्त ने रवि को टोकते हुए बोला-और भाई रवि सुबह-सुबह किधर को चल पड़े? रवि ने उसको बताया-आज मेरे जॉब का रिजल्ट आने वाला हे ,उसी को देखने जा रहा हूँ.पप्पू भैया के शॉप पे {ऑनलाइन शॉप} रवि ने फिर आगे बोला-यार तेरा भी तो रिजल्ट था न? क्या हुआ? हम दोनों ने तो साथ में ही फॉर्म भरे थे न?रवि की यह बात सुनकर उसके दोस्त ने बताया-रवि भाई तेरे को जाने से कुछ फ़ायदा नहीं होगा,चल वापिस चलते है घर....... दोस्त की यह बात रवि को थोड़ी अजीब सी लगी फिर रवि ने उसको बोला-भाई तू ऐसा क्यों बोल रहा है,बोल न हुआ क्या है. .....

जो कुछ नई करता,वही आगे चलकर कमाल करता है-

               रवि के दोस्त ने फिर  उसे सारी बातें बता दी - भाई हमने जिस जॉब के लिए जो फॉर्म भरे थे वह किसी कारणवश कैंसिल हो गयी है। अब अगली बार जब किसी जॉब की वेकन्सी निकलेगी फिर से नई फॉर्म भरनी पड़ेगी। दोस्त ने उदास मन से बोला। यह बात सुनकर रवि को रोना आ गया और वह रोता हुआ बोलता है-भाई ये सब  क्या हो गया,इस बार मैंने इस जॉब के लिए बहुत मेह्नत किया था,सुबह पार्ट टाइम जॉब जाना ,लंच टाइम को पढ़ाई करता ,शाम को घर वापिस आना,फिर शाम का भोजन कर सारी रात बैठकर पढ़ाई करना। घर की सारी जिम्मेदारिया मुझ पर ही टिकी है,आज के टाइम पे जॉब का लग जाना मतलब भगवान प्राप्त करने के बराबर है। यह सब बातें  सुनकर रवि के दोस्त ने उसे आश्वासन देते हुए बोला-भाई तू टेंशन न ले,ऊपर वाले ने  हमारे लिए भी  कुछ न कुछ  जॉब जरूर देखा होगा।जो टाइम आने पर हमे जरूर मिलेगा।
                 जो कुछ नई करता,वही आगे चलकर कमाल करता है.बस अभी हमे उस पल का इंतजार करना है, आज नहीं तो कल सफलता हमारे कदम जरूर चूमेगी।यह बात सुनकर रवि का मन थोड़ा हल्का हुआ,फिर दोनों अपने-अपने घर  तरफ चल पड़े.

आप लोग जिस जॉब के लिए फॉर्म भरे थे वो फर्जी था-

                   कुछ दिनों के बाद रवि के फ़ोन पे कॉल आया,कॉल करने वाला पप्पू भैया थे.उन्होंने रवि को बताया की-भाई नई जॉब आयी है अगर आपको  फॉर्म भरना हो तो आओ हमारी शॉप पे........ इस बार बहुत ज्यादा पोस्ट है भगवान का आशीर्वाद रहा तो इस बार आपका जॉब लग ही जायेगा,फॉर्म भरने का लास्ट डे 2 दिनों  के बाद है,इतना कहकर पप्पू भैया ने फ़ोन काट दिया।दूसरे दिन सुबह रवि और उसके दोस्त जॉब की फॉर्म भरने के लिए पप्पू भैया के शॉप गए........ वो लोग अपना अपना फॉर्म भरवाय और अपने घर वपिस चले आये,और इस बार वे और भी ज्यादा जी जान से  मेहनत करने  लगे। कुछ दिनों के बाद एग्जाम का डेट नजदीक आने लगा,तो वो लोग और ज्यादा मेहनत  करने लग गए.कुछ दिनों में उनका एग्जाम हुआ....... दोनों एग्जाम दे कर खुशी-खुशी  घर लौटने लगे,क्युकी दोनों का एग्जाम अच्छा गया था। 
              महीने भर के अन्दर  उनका रिजल्ट आने वाला था, दोनों काफी बेस्रबी से रिजल्ट का इंतज़ार करने लगे। कुछ दोनों बाद उनका रिजल्ट आया


उनके सवालो का कोई जवाब न था ???
और वे लोग पप्पू भैया की शॉप की तरफ चल पड़े,वहाँ पहुंचने के बाद वे लोग एक साथ बोल पड़े-पप्पू भैया हमने जिस जॉब के लिए अप्प्लाई किया था उसका रिजल्ट देख कर बताये जरा?  यह बात सुनकर पप्पू भैया चुप हो गए,पप्पू भैया के इस तरह चुपी का कारण  उन दोनों को समझ नई आ रहा था फिर वे  लोग बोले-भैया क्या हुआ कुछ तो बताइए ? पप्पू भैया ने अपनी चुपी तोड़ते हुए बोले-मैं तुमलोगो से क्या कहूं कुछ समझ में नई आ रहा है। फिर दोनों ने फिर बोला-बताइये रिजल्ट का क्या हुआ?

                फिर पप्पू भैया बोले-आप लोग जिस जॉब के लिए फॉर्म भरे थे वो फर्जी जॉब था। ये बात सुनकर दोनों के होश उड़ गए। और वे लोग फूट-फूट के रोने लगे। दोनों ने बोला-पप्पू भैया इस बार हमारा एग्जाम बहुत ही अच्छी तरह बने थे,इस बार तो सेलेक्शन होना तय था। पर ये सब क्या हो गया। पप्पू भैया और वहाँ  खड़े सभी लोग बड़े खामोसी से ये सब देख रहे थे,क्युकी वहाँ खड़े किसी के पास उनके सवालो का कोई जवाब नई था ???

                    रवि और उसके दोस्त के साथ जो हुआ,वह घटना  बहुत  ही  जटिल और गंभीर  है.भारत में बेरोजगारी का आलम चरो सीमा पर है,यहाँ भ्रस्ट नेताओ और आला अफसरों के लोगो दुवरा फर्जी साइट्स बनाकर हम जैसे बेरोजगारों से नौकरी का आशा दिला कर मन चाहा पैसे लूट रहे है। इसे हम और एक उदाहरण दवरा समझते है------
                  एक फर्जी साइट्स से फर्जी जॉब के लिए  50 पोस्ट  निकलती है और माना कि उस पोस्ट को पाने के लिए कम से कम  1000 लोग अप्लाई करते है, और पोस्ट की अप्लाई के फीस- 200 रुपए होती है। और इसके साथ जहा से हम फॉर्म भरवानगे उसे हमे - 50-100  रुपया देने पड़ेंगे । हमारी पूरा खर्चा-200 +50 = 250/रुपए
 जॉब के अप्लाई करने वालो की संख्या -1000  *  जॉब के लिए अप्लाई करने की फीस -200 
                                                          1000 *200 =2 लाख 
           अब जरा आप ही सोचो,मैंने तो सिर्फ 1000 बेरोगारों के फॉर्म भरने की बात की है , भारत में आज कल दिन ब दिन बेरोजगारों की संख्या में तेजी होती जा रही है। और  यदि अगर  1000 बेरोजगारों की जगह 50  हजार बेरोजगार लोग फॉर्म भरते है,तो सोचिये  कितने  पैसे उनके पास जा  रहे  है ?????????????
                                                                                        CANDIDATE- 50000 *200 =  1 करोड़ 

               फिर आती है एग्जाम की पारी,सभी कंडीडेट का एग्जाम सेण्टर निर्धारित होता है.और एग्जाम के टाइम सभी कंडीडेट अपनी अपनी सुविधा अनुसार पैसे खर्च करके {बस,ट्रैन,टैक्सी } से एग्जाम सेण्टर तक पहुंचते है।एक कंडीडेट का आने-जाने,खाने-पान,रहने का खर्चा मान लीजिये-1500 से 2000. यह खर्चा दुरी के हिसाब से होता है -एग्जाम सेंटर से जितना लम्बा दुरी,उतना ही ज्यादा खर्चा।  और फिर सारे कैंडिडेट वहाँ जाकर  एग्जाम लिख कर बड़े उम्मीद से रिजल्ट आने की राह देखते रहते है।  जब उनको कुछ महीनो के बाद ये पता चलता है कि हमने जिस जॉब  के लिए फॉर्म भरे थे वो साइट्स फर्जी था। यह सुनकर अब आप ही  सोचिये हम बेरोजगारों पर क्या बीतता है???????????????
 इस तरह की फर्जी साइट्स और फर्जी जॉब के कारण वो लोग हमसे  कितना पैसा लूट रहे है। इसका अंदाजा लगा पाना बहुत ही मुश्किल व जटिल है। क्युकि  आजकल  ऐसी घटना बहुत हो रही है,जिनका सही समय पर पता लगाना उचित होगा जिससे हम जैसे बेरोजगार लोगो का पैसा उनके पास पहुंच न  जा सके।


लेखक के कलम से. .........

                                                    अंत में मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहूँगा,कि फ्यूचर में ऐसी घटना न हो.इसके लिए हमे हमेशा  एक्टिव रहना पड़ेगा,क्युकी ये बात आप भी जानते है ऐसी घटना किनके द्वारा उत्पन होती है.????? मेरे इस लेख के जरिये मैं उन लोगो तक अपनी बात पहुंचाने  का कोशिस किया है  जो इस तरह की घटनाओ से अनजान है,ताकि भविष्य में  रवि और उसके दोस्त की तरह ऐसी घटना उनके साथ भी न हो सके।इस लेख में आपकी यदि कोई राय हो तो आप मुझे कह सकते है,अगर आपको मेरी यह लेख पसंद आयी हो तो इसे जरूर शेयर कीजिये।

                                            
                                                    
              

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